जयपुर के प्राइम डिविजन-6 में एक्सईएन आरके मीना को हटाकर एक्सईएन मनोज गंगावत को लगाया

पावर डेस्क।
सीएमओ से क्लीनचिट मिलने के बाद जयपुर डिस्कॉम प्रबंधन ने शुक्रवार को जेसीसी के सीडी-6 में लगे एक्सईएन आरके मीना को हटाया दिया। उनकी जगह जेसीसी अधीक्षण अभियंता एसके राजपूत के टीए मनोज गंगावत की पोस्टिंग की है। डिविजन-6 जयपुर का सबसे प्राइम माना जाता है, यहां पर फ्लैट्स व बिल्डिंग के सबसे ज्यादा कनेक्शन होते है तथा ठेकेदारों को करोड़ों के वर्कऑर्डर भी मिलते है। जेसीसी अधीक्षण अभियंता एसके राजपूत और एक्सईन आरके मीना के बीच पिछले छह महीने से विवाद चल रहा था और विभाग की मीटिंगों में कई बार यह सार्वजनिक भी हो गया था। लेकिन एक्सईएन आरके मीना के राजनैतिक रसूख के कारण प्रबंधन कार्रवाई नहीं कर पा रहा था। सीनियर व जूनियर के बीच चिट्टी पत्री व खुली बहस के बाद खराब हुए माहौल को देखते हुए जयपुर डिस्काॅम प्रबंध निदेशक एके गुप्ता ने कई बार हटाने की कोशिश की, लेकिन ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला सहित अन्य सिफारिशों के चलते नहीं हटा पाए। इसके बाद यह मामला सीएमओ स्तर तक गया। वहां से फाइल तो मंजूर हो गए, लेकिन उनकी जगह खाद्य मंत्री रमेश मीना के जिगरी दोस्त व इंंजीनियरिंग काॅलेज में साथ रहे एक्सईएन मनोज गंगावत को लगाने पर सहमति बनी। गंंगावत थानागाजी से पूर्व कांग्रेसी विधायक कृष्णमुरारी गंगावत के परिवार से है। पहले एक्सईएन गंगावत को हटाकर ही एक्सईएन आरके मीना ने डिविजन 6 में पोस्टिंग करवाई थी।
ट्रांसफर-पोस्टिंगं का खेल, सीएमओ सख्त:
डिस्कॉम में कुछ इंजीनियरोंं का ऑडियो वायरल हुआ था। जिसमें ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए किसी शख्स से मिलने और एक विधायक के निजी आदमी से बात करने की रिकॉर्डिंग थी। इसको लेकर भी सीएमओ में शिकायत हुई थी। वहीं कुछ इंजीनियरों के आम जनता से बर्ताव की रिकॉर्डिंग भी सीएमओ को भेजी गई थी। ऐेसे में अब कुछ इंजीनियरों की और गाज गिरने की संभावना है। इंजीनियरों के एक गुट ने टेस्टिंग लैब में हुई गड़बड़ी को लेकर भी सीएमओ में कागज पहुंचाए है। अब उस पर फैसला होना है।