
मेडिकल डेस्क।
सरकार ने जान के साथ ही जहान बचाने के लिए अनलॉक1.0 कर दिया, लेकिन कोरोना संक्रमण पर कंट्रोल नहीं है। जयपुर में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 107 नए केस मिले है। इसमें विदेश से लौटने वाले 76 प्रवासी है। हालांकि यह लोग अभी क्वारेंटाइन सेंटर में है, इसलिए ज्यादा चिंता नहीं है। जयपुर में कोरोना के केस 3006 हो गए है। इसमें से 277 प्रवासी शामिल है। हालांकि जिले में एक्टिव केस केवल 515 ही है।
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को प्रदेश में मंगलवार को 395 पॉजिटिव मरीज आए है। धौलपुर में 53 व जोधपुर में 40 नए मरीज मिले है। प्रदेश में कोरोना से अब तक 15 हजार 514 केस आ चुके है। इसमें 4 हजार 558 मरीज प्रवासी है। वहीं मंगलवार को हुई 9 मौतों के साथ आंकड़ा 365 तक पहुं गया है। बाजारों में अब कोरोना संक्रमण का डर खत्म होने से संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
जयपुर में यहां मिले है कोरोना केस :
ब्रह्मपुरी में पांच, चाकसू में 4, चेतक विहार में 3, घाटगेट, कोटपूतली में 2-2, कृष्णा नगर टोंक रोड, मानसरोवर, मुरलीपुरा, पांच्यावाला, जगतपुरा, सीतावाली फाटक, ढेहर का बालाजी, बड़ वाली बागरिया की ढाणी, बनेठी, छोटी कोटड़ी, देव गांव, पावटा, शाहपुरा, कैलाशपुरी अजमेर रोड, गोविंदनगर में 1-1 कोरोना केस मिले है।
बाबा रामदेव के कोरोना दवा के दावों को झटका:
बाबा रामदेव के कोरोना दवा ‘कोरोनिल’ के दावों के चंद घंटे बाद ही झटका लग गया। आयुष मंत्रालय और ICMR ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जब तक जांच न हो जाए, जब तक प्रचार नहीं करे। मंत्रालय का कहना है कि पतंजलि की कथित दवा औषधि एवं चमत्कारिक उपचार (आपत्तिजनक विज्ञापन) कानून 1954 के तहत विनियमित है। इसके साथ कहा गया है कि वह नमूने का आकार, स्थान, अस्पताल और जहां स्टडी किया गया है और आचार समिति की मंजूरी के बारे में जानकारी दे।
देश में कोरोना पॉजिटिव के कुल मामले 4 लााख 40 हजार से ज्यादा हैं। हालांकि इसमें एक्टिव केसेज से ज्यादा संख्या रिकवर हो चुके मरीजों की है। पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इस घातक वायरस की दवा बनाने में अब तक सफल नहीं हो पाए है। वहीं बाबा रामदेव ने मंगलवार को कोरोना के इलाज हेतु बनाई दवा ‘कोरोनिल’ लांच की। इस दवा का शोध पतंजलि रिसर्च इंस्टिट्यूट और जयपुर के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस ने मिलकर किया है। आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि दिव्य कोरोनिल टैबलेट में अश्वगंधा, गिलोय, अणु तेल, श्वसारि रस और तुलसी जैसी औषधिक जड़ी-बूटियों को मिलाया है। उनका दावा है कि कोरोना संक्रमित मरीज 5 से 14 दिन में स्वस्थ हो जाएंगे। दवा का सेवन सुबह और शाम में एक एक बार किया जा सकता है। ये टेबलेट शरीर में बलगम नहीं बनने देती, साथ ही पहले से मौजूद बलगम को कम करके फेड़ड़ों में सूजन को कम करती है।
