
पॉलिटिकल डेस्क।
राजस्थान में एक महीने से भी ज्यादा समय तक चले सियासी संकट को लेकर अब कांग्रेस आलाकमान ने कार्रवाई शुरू कर दी है। आलाकमान ने राजस्थान प्रभारी अविनाश पाण्डे को हटा दिया है। अब नए प्रभारी अजय माकन होंगे। वहीं राजस्थान सियासी संकट की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। कमेटी में अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन को शामिल किया है।
पायलट ने लगाया था पाण्डे पर सुनवाई नहीं करने का आरोप

सियासी संकट के बाद हुई सुलह में सचिन पायलट ने प्रियंका गांधी व राहुल गांंधी से मिलकर उनकी सुनवाई नहीं होने का आरोप लगाया था। पायलट खेमा ने प्रभारी अविनाश पाण्डे पर भी गहलोत की शिकायतों पर सुनवाई नहीं करने का आरोप लगाया था। आलाकमान के निर्देश पर केसी वेणुगोपाल व अजय माकन ने बाड़ाबंदी के दौरान विधायकों से फीडबैक भी लिया था। पाण्डे को हटाना पायलट खेमा अपनी जीत मान रहा है। वहीं गहलोत गुट में चिंता बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि प्रभारी बदलने से अब सरकार में कई मंंत्री बदलेंगे।

दिल्ली विश्वविद्यालय के अध्यक्ष रह चुके है माकन:
गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले अजय माकन ने राजनीति की शुरूआत 1985 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष बन कर की थी। जब वे केवल 21 साल के थे। वे 1993, 1998, 2003 में विधायक चुने गए। वे 2003 में 39 साल की सबसे कम उम्र के विधानसभा अध्यक्ष बने। माकन दो बार सांसद रहे तथा मनमोहन सिंह सरकार में खेल और युवा मामलों से लेकर शहरी विकास मंत्री व गृह राज्य मंत्री रहे है। माकन पर्यावरण की रक्षा में रूचि रखते है। वह क्रिकेट और गोल्फ खेलना पसंद करते है। उन्होने राधिका माकन से शादी की और उनके एक बेटा व दो बेटियां है। उनका जन्म 12 जनवरी 1964 को दिल्ली में हुआ। माकन सेंट जेवियर्स स्कूल, दिल्ली के छात्र रहे है तथा दिल्ली विश्वविद्यालय से रसायन विज्ञान (ऑनर्स) में स्नातक की डिग्री ली है।