जेडीसी गौरव गोयल व मुख्य नियंत्रक (प्रवर्तन) रघुवीर सैनी के निर्देश पर कार्रवाई

सिटी डेस्क।
जयपुर शहर की प्राइम लोकेशन बने माचड़ा गांव में जेडीए की लोहामंडी योजना के लिए अवाप्त 10 बीघा जमीन पर किसान व कॉलोनाइजरों ने रातों-रात अवैध कॉलोनी बसा दी। इस जमीन की बाजार कीमत 25 करोड़ से ज्यादा है। जेडीए की प्रवर्तन विंग के मुख्य नियंत्रक एडिशनल एसपी रघुवीर सैनी के निर्देश पर गुरुवार को जोन 6 के प्रवर्तन अधिकारी ने पुलिस जाब्ता के साथ जेसीबी व मजदूरों से अवैध कॉलोनी की चारदीवारी को तोड़ दिया और सड़कों को उखाड़ दिया। जोन 6 की डिप्टी कमिश्नर शैफाली कुशवाह है तथा इस जोन में प्रवर्तन अधिकारी पुलिस इंस्पेक्टर उमेश गौतम है।
जेडीए के मुख्य नियंत्रक (प्रवर्तन) रघुवीर सैनी ने बताया कि जोन-06 के ग्राम माचेड़ा के खसरा नं. 42, 43, 44, 45, 46, 47, 48, 44/1168, 44/1167, 45/1169, 49/1171 लोहा मंडी के लिए अवाप्त जमीन है। यहां पर 10 बीघा जमीन पर अतिक्रमण कर कॉलोनाइजर अवैध कॉलोनी बसा रहे थे। इशके लिए बाउण्ड्रीवाल व अन्य निर्माण करवा लिया। जोन-06 के राजस्व स्टॉफ की निशादेही पर प्रवर्तन दस्ते ने जेसीबी मशीनों व मजदूरों से अवैध निर्माण को ध्वस्त कर बेशकीमती अवाप्तशुदा भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवा लिया और अवैध कॉलोनी बसाने के प्रयास को विफल किया है। संबंधित काश्तकार व कॉलोनाईजरों के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जा रही है। कार्रवाई के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरमाड़ा पुलिस थाने का जाब्ता भी मौके पर था।

जेडीसी गोयल की लीडरशीप :
जेडीए के मुख्य नियंत्रक (प्रवर्तन) रघुवीर सैनी ने बताया कि जेडीसी गौरव गोयल के कुशल नेतृत्व में जेडीए प्रवर्तन शाखा शहर में नियम विरूद्ध निर्माणों व अतिक्रमणों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। जेडीए अवैध निर्माण व अतिक्रमणों को तीन श्रेणियों में बांटते हुए कार्रवाई की जा रही है। जिसमें प्रथम श्रेणी में सरकारी भूमि पर अतिक्रमण व निर्माण, दूसरी श्रेणी में व्यावसायिक कॉम्पलेक्स में नियम विरूद्ध निर्माण व अतिक्रमण और तृतीय श्रेणी में निजी आवासों में नियम विरूद्ध निर्माण व अतिक्रमण शामिल है।
