
नेशनल डेस्क।
उत्तराखंड के चमोली जिले में रेणी गांव के पास ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मची है। इस तबाही में 150 से ज्यादा जान जाने की आशंका है। बचाव कार्य के लिए आईटीबीपी व एसडीआरएफ की टीमें लग गए है। धौली गंगा नदी में बहाव बढ़ने के कई पुल टूट गए और गांव बह गए। कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदीं किनारे बसे लोग मकान खाली कर रहे है। हरिद्वार व ऋषिकेश शहरों के साथ ही पडोसी राज्यों में अलर्ट कर दिया है। तेज बहाव की वजह से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट भारी नुकसान हुआ है। तपोवन पावर प्रोजेक्ट को भी नुकसान हुआ है। पहाड़ों से पानी तेज बहाव के साथ नीचे आया है। पुल टूट गए। इससे नदी किनारे बसे कई घर पानी में बह गए। प्रशासन नदी किनारे बसे गांवों को खाली करवा रहा है। उत्तरप्रदेश में भी गंगा नदी किनारे बसे शहरों, गांवों में अलर्ट किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से फोन से बात की है।
सात साल बाद बड़ी तबाही :
इससे पहले केदारनाथ त्रासदी में सैकड़ों जनों की जान गई थी। वह भी बड़ी तबाही थी।

