
मेडिकल डेस्क।
जयपुर में लॉकडाउन व वीकेंड कर्फ्यू के बावजूद कोरोना कंट्रोल नहीं हो रहा है। अब गांवों में कोरोना संक्रमण बढ़ने से जयपुर में शनिवार को 2605 केस आए और 41 मौत हुई है। वहीं प्रदेश में कोरोना के 13 हजार 565 केस व 149 मौत हुई है। प्रदेश में फिलहाल एक्टिव केस 2 लाख 8 हजार 688 है, जबकि अकेले जयपुर में 49 हजार 595 केस है, यानि प्रदेश के 23.76 प्रतिशत एक्टिव मरीज है। जबकि गांव व कस्बों के हर घर में बीमार होने के बावजूद वहां के मरीजों के सैंपल जांच ही नहीं हुए तथा सरकारी आंकड़ों में दर्ज नहीं है।
प्रशासन व पुलिस में तालमेल नहीं, आवाजाही जारी
जयपुर में कोरोना अनकट्रोल होने के पीछे प्रशासन व पुलिस में तालमेल नहीं होने को वजह बताया जा रहा है। कोरोना कंट्रोल की जिम्मेदारी कलेक्टर अंतरसिंह नेहरा पर है, जबकि लॉकडाउन की सख्ती पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव को करनी है। लेकिन शहर से ग्रामीण, एक इलाके से दूसरी कॉलोनी व गांवों में इधर-उधर जाने पर कोई पाबंदी नहीं है। ऐसे में संक्रमण थम नहीं रहा है।
अब माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाकर ज्यादा सख्ती की तैयारी
राजस्थान सरकार राजधानी जयपुर सहित पूरे जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब और ज्यादा पाबंदियां बढ़ाने की तैयारी कर रही है। जयपुर जिले में पूरे प्रदेश के 24% से ज्यादा एक्टिव केस होने से सरकार की चिंता बढ़ गई है। जिला प्रशासन और पुलिस कमिश्नरेट नई पाबंदियों पर जल्द आदेश जारी कर सकते हैं। जयपुर शहर में और जिले में जिन इलाकों में ज्यादा संक्रमण है, वहां कंटेनमेंट जोन बनाकर आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगाने की तैयारी है।
सब्जी मंडियों, दुकानों पर भीड़ मिलने पर सख्ती होगी
जयपुर में अब फल-सब्जी मंडियों और जरूरी सामान की दुकानों पर भीड़ होने पर सख्ती की जाएगी। फल-सब्जी मंडियों में ज्यादा भीड़ होने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होने की लगातार शिकायतें आ रही हैं, अब मंडियों में निगरानी बढ़ाई जाएगी।
