
पुलिस की सफलता से उद्योगपतियों में जागा विश्वास
क्राइम डेस्क।
जयपुर के विश्वकर्मा में सोमवार को पेट्रोल पंप मालिक की हत्या व लूट का मास्टरमाइंड एयू बैंक का रिलेशनशिप मैनेजर ही था। बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर ने बड़ी रकम लूटने के लिए पूरा षडयंत्र रचा और उत्तरप्रदेश से देशी कट्टा व कारतूस मंगवाए। लेकिन पुलिस की सतर्कता से हत्यारे व लुटेरे धरदबोचे गए। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के एडिशनल डीसीपी (वेस्ट) बजरंग सिंह शेखावत व एसीपी राजेंद्र सिंह निर्वाण की सजगता, तत्परता व बेहतर प्लानिंग से जयपुर की सीमाओं से लगते जिलों में नाकाबंदी करवाई गई। डीसीपी (वेस्ट) प्रदीप मोहन शर्मा पूरे मामले की लगातार मॉनिटरिंग कर रहे थे। लुटेरे नाकाबंदी के दौरान नागौर के रोल थाने में पकड़े गए तथा सख्ती से पूछताछ करने पर जुर्म कबूल लिया। जयपुर पुलिस कमिश्नेर की टीमों में विश्वकर्मा थानाधिकारी इंस्पेक्टर मांगीलाल बिशनोई, हरमाड़ा थानाधिकारी रमेश सैनी करधनी थानाधिकारी रामकिशन बिशनोई, मुरलीपुरा थानाधिकारी रामावतार ताखर व पुलिस उपायुक्त डीएसटी प्रभारी देवेंद्र जाखड़ शामिल थे। पुलिस ने लूटेरों से 2 लाख 86 हजार 25 रुपए भी बरामद किए है।
पेट्रोल पंप का कैश कलेक्शन जमा करवाने जाते था मालिक :
उद्योगपति टीआर गुप्ता का बिजली विभाग में फेब्रिकेशन (मेचीटेक कंपनी) सहित अन्य कारोबार की फैक्ट्रियां है तथा विश्वकर्मा रोड नं. 12 पर पेट्रोल पंप है। गुप्ता का बेटा निखिल गुप्ता रोजोना एयू बैंक में पेट्रोल पंप के कैश कलेक्शन को जमा करवाने जाता था। बैंक के रिलेशन मैनेजर विनित सिंह गौड ने इस कैश कलेक्शन को लूटने की साजिश रची।

पहले रैकी, फिर रुपयों से भरा बैग लूटा और देशी कट्टे से चला दी गोली
एयू बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर विनित सिंह गौड़ (उम्र24 साल, निवासी- नबीपुरा, थाना-फतेहपुर, सीकर हाल निवासी- सेवानगर, कनकपुरा) ने गौतम सिंह उर्फ उत्तम सिंह (उम्र 23 साल, निवासी-लुणसरा, थाना कुचेरा, नागौर), ऋषिराज सिंह उर्फ चेतन सिंह ( उम्र 18 साल, हनुवंत नगर, गोकुलपुरा, थाना-करधनी, जयपुर) व अभयसिंह (उम्र—24साल, निवासी इकनोर, थाना बखेवर, जिला ईटावा, यूपी) के साथ मिलकर लूट की साजिश रची। गौड़ ने साथियों को बताया कि विश्वकर्मा रोड नं. 9 के एआरजी ग्रुप की बिल्डिंग में स्थित उनके बैंक में एक पेट्रोल पंप मालिक रोजाना 20-25 लाख रुपए जमा करवाने आता है। उसको लूटने के बाद लाइफ सैटल हो जाएगी और आराम से जिंदगी बिताएंगे। लूट की रकम में सभी की बराबर हिस्सेदारी होनी थी। पेट्रोल पंप मालिक निखिल गुप्ता की पहचान करवाई गई तथा रैकी की गई। घटना से एक दिन पहले चेतन सिंह व अभयसिंह उत्तरप्रदेश जाकर देशी कट्टा व कारतूस लेकर आए।
घटना वाले दिन 7 सितंबर को विनित सिंह दूसरे साथियों से मिला और दो दिन की छुट्टी के बाद बैंक खुलने पर मोटी रकम आने की संभावना जताते हुए लूट को अंजाम देने की साजिश रची। अभियुक्तों को मास्क व पेट्रोल के पैसे देकर बैंक आ गया। कुछ देर बाद दूसरे आरोपी भी एआरजी की पार्किंग में आ गए तथा इंतजार करने लगे। जैसे ही सियाज कार आती दिखी, सभी एक्टिव हो गए। निखिल गुप्ता जैसे ही गाड़ी पार्किंग में खड़ी कर पीछे का गेट खोलकर पैसों से भरा बैग कार से निकालने लगा, तभी अभियुक्तों ने बैग छिनने के लिए झपट्टा मारा। लेकिन निखिल बैग को लेकर नीचे बैठ गया। अभियुक्त गौतम सिंह ने देशी कट्टे से निखिल की पीठ पर फायर किया और बैग छीन कर भागकर बाहर खड़ी मोटरसाइकिलों पर बैठकर मौके से फरार हो गए। कनकपुरा जाकर पैसों का बंटवारा किया। इसके बाद गौतमसिंह, चेतनसिंह व अभय सिंह टैक्सी गाड़ी किराये पर लेकर नागौर चले गए। लेकिन नागौर पुलिस की नाकाबंदी में पकड़े गए। पुलिस अभियुक्तों से पूछताछ कर रही है।