
एसीबी के पकड़ते ही हाथ जोड़ कर मांगने लगे माफी
क्राइम डेस्क।
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड के प्रोजेक्ट मैनेजर (विद्युत) विजयकुमार को बिजली कार्य का ठेका देने के एवज में एक लाख रूपए की रिश्वत लेते ACB ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एईएन विजय कुमार मूलत अजमेर डिस्कॉम में थे, लेकिन ऊपरी कमाई का ऐसा चस्का लगा की राजनीतिक व ब्यूरोक्रेसी के सिफारिश से यूडीएच में ही स्थायी मर्ज हो गए।
टेक्निकल बिड का काम कराने के लिए परिवादी से एक लाख रुपए की घूस मांगी थी। काम के बदले रिश्वत की राशि लेते हुए उसके घर पर ही विजय कुमार को एसीबी ने रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की जयपुर देहात टीम ने यह कार्रवाई की।
एसीबी के इंस्पेक्टर नीरज भारद्वाज ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड में इलेक्ट्रिक ब्रांच में प्रोजेक्ट इंजीनियर विजय कुमार के खिलाफ एक ठेकेदार ने 10 दिन पहले शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उसने बताया था कि प्रताप नगर में बन रहे कोचिंग हब में इलेक्ट्रिक का ठेका लेने के लिए एक फाइल हाउसिंग बोर्ड में लगाई थी।
5.5 करोड़ रुपए का था टेंडर
इसके लिए बकायदा टेंडर निकले थे। यह 5.5 करोड़ रुपए के काम का टेंडर था। इसकी टेक्निकल बिड की जांच का जिम्मा विजय कुमार के पास था। इस टेक्निकल बिड के संबंध में फाइल पास करने के एवज में विजय कुमार ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस शिकायत का एसीबी ने सत्यापन किया, जो सही निकली। ऐसे में शुक्रवार को उनके निवास पर विजय कुमार को रिश्वत लेते पकड़ा।
