
क्राइम डेस्क।
प्रदेश में बजरी माफियाओं से मिलीभगत से पुलिस की वर्दी में फिर दाग लगा है। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के डिकॉय ऑपरेशन में सामने आया कि टोंक रोड पर शिवदासपुरा व चाकसू पुलिस थानों के कई पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से बजरी के ट्रक खुले तौर आवाजाही हो रही है। टोंक रोड से बनास नदी से अवैध खनन कर बजरी लाई जा रही है। कंस्ट्रक्शन मार्केट में बनास की बजरी सबसे मंहगी 1500 रुपए टन है। बजरी माफियाओं के साथ मिलीभगत करने वाले 2 एएसआई, दो हैडकांस्टेबल और 14 कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजयपाल लांबा ने बताया कि डिकॉय ऑपरेशान में एसीपी आलोक सिंघल ने टोंक रोड पर जांच की थी। अजमेर रोड पर एसीपी बिशना राम व आगरा रोड पर एसीपी आदर्श चौधरी ने जांच की थी। लेकिन वहां पर कोई खामी नहीं मिली। तीनों टीमों ने बुधवार को रातभर गश्त कर यह ऑपरेशन किया है। इन टीमों ने चेतक व थानों की मोबाइल गाड़ियों के जाप्ते पर निगरानी रखी।
इन्हे किया है निलंबित :
चाकसू थाने के एएसआई जयनारायण, हैडकांस्टेबल सुरेश कुमार, कांस्टेबल बसराम, रमेश कुमार, ओमप्रकाश, कांस्टेबल ड्राइवर रामबाबू व घनश्याम को निलंबित किया है। वहीं शिवदासपुरा पुलिस थाने के एएसआई उदयवीर, हैडकांस्टेबल सुरेश सिंह, कांस्टेबल रामफल, सीताराम, संजय, योगेश कुमार, गोविंद सिंह, रामावतार व कांस्टेबल ड्राइवर फतेह सिंह को निलंबित किया है।
