About Author

Morgan Howen

Morgan is an example author of everest news. She has just a dummy image & content. Sed ut perspiciatis unde omnis iste natus error sit

कम्युनिटी संक्रमण का खतरा: किराना, फल सब्जी व कच्ची बस्ती वालों की रेपिड सैंपलिंग नहीं हुई तो ‘जयपुर’ बन जाएगा ‘कोरोना गढ’

लॉकडाउन के बावजूद राजस्थान में 4056 केस

सिटी डेस्क।

गुलानी नगर जयपुर में कोरोना संक्रमण अब रामगंज से निकल कर अस्पताल के साथ ही फल-सब्जी मंडी, फल-सब्जी व किराना दुकानदारों तक फैल गया है। इससे शहर में कम्युनिटी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। अब सरकार व चिकित्सा विभाग को घनी आबादी वाली जवाहरनगर, वीकेआई रोड नं. 17, सोड़ाला राकड़ी, आमागढ़, जयसिंहपुरा खोर सहित कच्ची बस्तियों को कोरोना फैलने से बचाना होगा। इसके लिए शहर में किराना, फल-सब्जी व कच्ची बस्ती वालों की रेपिड सैंपलिंग करनी होगी। अन्यथा गुलानीनगर ‘कोरोना गढ़’ बन जाएगा। शहर में रोजाना औसत एक हजार सैंपल ले रहे है और यहां रोजाना औसतन 30 से 40 पॉजिटिव केस आ रहे है।

लॉकडाउन के बावजूद राजस्थान में 4056 केस:

राजस्थान में 22 मार्च से लॉकडाउन है। यानि 21 मार्च को मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन की घोषणा की, उस दिन तक जयपुर में 5 और राजस्थान में 25 कोरोना पॉजिटिव केस थे। लेकिन अब मंगलवार दोपहर तक प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव के 4056 केस आ चुके है। जयपुर में 1269 केस आए है। कोरोना वायरस संक्रमण से जयपुर में 59 और राजस्थान में 115 लोगों की जान जा चुकी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार जयपुर में 405 और राजस्थान में 1563 ही एक्टिव मरीज है। कई मरीजों की नेगेटिव रिपोर्ट के बाद फिर से पॉजिटिव होने से चिंता बनी हुई है।

सुपर स्प्रेंडर्स ने बढ़ाई टेंशन :

शहर में लगातार फल-सब्जी बेचने वालो, किराना दुकानदार के कोरोना संक्रमित होने के आंकड़े बढ़ रहे है। राजापार्क, शास्त्रीनगर, सांगानेर, परकोटा, मुहाना मंडी सहित अन्य जगह सुपर स्प्रेंडर्स के 20 मामले पॉजिटिव आ चुके है। विश्वकर्मा रोड नं. 17 जैसे घनी आबादी इलाके में भी फल बेचने वाला कोरोना पॉजिटिव निकला है। इससे लोगों की चिंता बढ़ गई है। आशंका है कि इनके संपर्क में आने वाले लोग आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमित हो सकते है। रेपिड सैंपलिंग से कम्युनिटी संक्रमण के खतरा से बचा जा सकता है।

इनकी हो रेपिड सैंपलिंग:

– फल-सब्जी मंडी के व्यापारी व दुकानदार

– किराना व मेडिकल स्टोर के दुकान वाले

– अस्पतालों के डॉक्टर व नर्सिंग स्टॉफ

– जलदाय व बिजली कर्मचारी

-कच्ची बस्तियों से रोजाना बाहर जाने वाले लोग

– भोजन व राशन वितरण में लगे लोग व कर्मचारी

– सफाई कर्मचारी

(Visited 142 times, 1 visits today)