
एजुकेशन डेस्क।
कोरोना संक्रमण की वजह से बीते एक साल से बच्चों की फिजिकल क्लास नहीं हो रही है। सीनियर व सैकण्डरी कक्षाओं की काफी हद तक क्लासरूम में स्टडी हुई है, लेकिन प्राइमरी क्लास तो केवल Online Class से ही चलाई जा रही है।
बीते एक साल ने शिक्षा के प्रति हमारा नजरिया बदल दिया है। पहले जहां पारंपरिक क्लासरूम सेट-अप और सख्त नियमों के प्रतिबंध होते थे, वहीं अब ई-लर्निंग ने स्कूल्स व संस्थानों को उनके अप्रोच में कहीं ज्यादा लचीला बनाया है। ऑनलाइन क्लासेज़ ने बच्चों के लिए नई चीजें सीखने को सुरक्षित बनाया है। साथ ही भारत में शिक्षा व स्कूलिंग के भविष्य पर खुली चर्चा छेड़ी है। अगर एक्सपर्ट्स और इस इंडस्ट्री में चल रही चर्चा को मानें, तो हम पहले से कहीं ज्यादा हाइब्रिड लर्निंग सिस्टम की ओर बढ़ रहे हैं। ई-लर्निंग इस नये सिस्टम की नींव बनेगा।
इसलिए यह समझना बेहद जरूरी हो जाता है कि विकसित होते सिस्टम में घुलने-मिलने के लिए आपके बच्चे को किसी चीज की जरूरत है, ताकि वह अपनी शिक्षा में प्रगति कर सकें। आप यह समझने के लिए अपनी पूरी कोशिश करते होंगे। लेकिन उस कोशिश में सफल तब हो पाएंगे जब इस बात पर ध्यान देंगे कि बच्चे को किसी चीज में ध्यान/मन (Attention) लगाने के लिए किस चीज की जरूरत है।
समझें अटेंशन और लर्निंग का कनेक्शन
लंबे समय से अटेंशन का मतलब सिर्फ किसी चीज पर फोकस करना समझा गया है। बेशक फोकस इसका अहम हिस्सा है। लेकिन अटेंशन का मतलब इससे कहीं ज्यादा है। अटेंशन वो चाबी है जिससे हम जिस पर फोकस कर रहे हैं उसे अच्छी तरह समझ पाते हैं, याद कर पाते हैं और सबसे जरूरी.. उन चीजों को फिल्टर कर पाते हैं जो जरूरी नहीं हैं। ऑनलाइन लर्निंग के मामले में यह और भी जरूरी हो जाता है। क्योंकि इंटरनेट ऐसी जगह है जहां हर कदम पर ध्यान भटकता है।
हालांकि इस वर्चुअल वर्ल्ड में बच्चों का ध्यान लगा रहे, इसके लिए टीचर्स और पैरेंट्स नये तरीके अपना रहे हैं। लेकिन आपके बच्चे ऑनलाइन क्लासेज़ में बेहतर सीख सकें, इसके लिए जरूरी है उनके अटेंशन स्किल्स को समझना और उन्हें बेहतर लर्नर बनने में मदद करना। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि लंबे ऑनलाइन क्लासेज़ में स्क्रीन पर फोकस बनाये रखने में बच्चों को काफी परेशानी होती है। ऑनलाइन लर्निंग में लंबे समय तक स्क्रीन देखते रहने से बच्चों की अटेंशन स्किल्स पर भी असर पड़ा है।
अपने बच्चे के अटेंशन स्किल्स के बारे में आपको क्या जानना चाहिए?
अटेंशन.. यह कई सतहों वाला विषय है। अलग-अलग तरह के बच्चों के लिए क्या बेहतर है, टीचर्स और पैरेंट्स को यह समझने के लिए कई टूल्स मौजूद हैं। हर बच्चा अलग होता है और उनकी रुचि भी अलग-अलग चीजों में होती है। इसी तरह किसी चीज पर फोकस कर पाने की उनकी क्षमता भी अलग होती है। उनके अटेंशन स्किल्स को गहराई से समझना इस समस्या का हल है।
बच्चों पर ध्यान केंद्रित करे
- बच्चों की अटेंशन स्किल्स के विकास को ट्रैक करे। मजबूत व कमजोर पहलुओं का पता लगा कर उसका समाधान करे।
- अटेंशन स्किल्स बेहतर होने से हर बच्चे के अटेंशन प्रॉसेस को मजबूत बनाने पर काम करता है। इससे किसी टास्क पर बच्चे के फोकस कर पाने की क्षमता और स्कूल में लर्निंग बेहतर होती है। यह उन्हें कुछ नया सीखने के दौरान किसी तरह के भटकाव से बचाता है और एकाग्र होने में मदद करता है।

अपने बच्चे की अटेंशन स्किल्स बेहतर करने के लिए और क्या कर सकते हैं?
बच्चे की अटेंशन स्किल्स बेहतर करने में पैरेंट्स की मदद करता है। हालांकि कुछ सामान्य आदतें आपके बच्चे की मदद करेंगी चाहे उनकी अटेंशन स्किल्स कुछ भी हों। उनमें से एक है बच्चो को उनके शौक पता करने में मदद करना। ऐसे शौक जिससे उनकी क्रिएटिव स्किल्स बेहतर हों और वे किसी चीज पर अच्छी तरह फोकस कर सकें। इससे आपके बच्चे का किसी चीज पर ध्यान लगा पाने का समय बढ़ेगा।
ऐसे गेम्स खेलना जिसमें उनकी ऊर्जा लगे, दोस्तों के साथ उनके ऑनलाइन इंटरैक्शन जिससे उनकी सोशल स्किल्स बढ़े.. ये कुछ छोटे-छोटे कदम हैं जो आपके बच्चे को व्यस्त रखने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। इससे उनकी अटेंशन स्किल्स बेहतर होती हैं।
