
सिटी डेस्क।
जयपुर डिस्कॉम के प्राइम सबडिवीजन माने जाने वाले बड़ पीपली उपखंड के सहायक अभियंता AEn मोहनलाल शर्मा के घर पर बिजली चोरी का बड़ा मामला सामने आया है। डिस्कॉम के कानोता सबडिवीजन में तैनात जेईएन ने बिजली चोरी पकड़ कर वीसीआर भी भर दी है।
बस्ती की ग्राम पंचायत फालियावास में कानोता सबडिवीजन के इंजीनियरों ने कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान रिटायर शिक्षक कैलाश चंद्र शर्मा के घर भी सीधे तार जोड़ कर बिजली चोरी करते हुए पकड़े गए। बताया जा रहा है कि यह बड़ पिपली सबडिवीजन में तैनात एईएन मोहनलाल का पुश्तैनी मकान है। विजिलेंस चेकिंग रिपोर्ट वीसीआर नहीं बनी भरने के लिए जेईएन पर दबाव बनाया गया। लेकिन जेईएन अपनी ड्यूटी पर अड़ा रहा। कानोता सबडिवीजन के एईएन अंशुल वर्मा का कहना है कि जेईएन राजेश मीणा ने वीसीआर भारी है, वही बता सकता है।

कृषि मंत्री के खास हैं एईएन मोहन?:

बताया जा रहा है कि एईएन मोहन लाल शर्मा सरकार में कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के नजदीकी है। कटारिया की सिफारिश के बाद ही जयपुर डिस्कॉम प्रबंधन ने उन्हें प्राइम सबडिवीजन माने जाने वाले बड़ पिपली में लगा रखा है। उन पर अधीक्षण अभियंता हरिओम शर्मा के निर्देश नहीं मानने के भी आरोप हैं। बड़ पिपली सब डिवीजन में बस रहे अवैध इंडस्ट्रीज एरिया में उन्होंने 100 से ज्यादा औद्योगिक बिजली कनेक्शन जारी कर दिए। इन कनेक्शनों में अनियमितताओं की भी लगातार शिकायतें मिल रही है। लेकिन एक बार भी जांच नहीं हुई। बताया जा रहा है कि इनके खिलाफ पहले भी जांच चल रही थी।
6 साल से एक ही जगह काम कर रहा है जेईएन:
जेईएन राजेश मीणा पिछ्ले 6 साल से कानोता सबडिवीजन में फालियावास में लगे हुए है। एईएन मोहन लाल शर्मा जब कानोता सबडिवीजन में लगे हुये थे तब जेईएन राजेश मीणा से विवाद हो गया था। राजेश मीणा का कुछ दिन के लिए अलवर ट्रासफर हो गया था। बताया जा रहा है कि विधायक लक्ष्मण मीणा ने दबाव के बाद वे वापस आ गये।
