नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वजह से दुनिया भर के सभी देशों की ओर से लॉकडाउन बढऩे के संकेत मिल गए हैं। भारत ने तो 3 मई तक लॉकडाउन को बढ़ा भी दिया है। जिसका असर क्रूड ऑयल की कीमतों में देखने को मिला है। भारतीय वायदा बाजार में क्रूड ऑयल दाम ऑल टाइम पर लो पर पहुंच गए हैं। वहीं विदेशी बाजारों में क्रूड ऑयल के दाम 18 साल के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। जानकारों के अनुसार आने वाले दिनों में क्रूड ऑयल के दाम में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है। मंगलवार को भी विदेशी बाजारों में क्रूड ऑयल की कीमतों में 10 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी। आइए आपको भी बताते हैं आखिर इस गिरावट के बाद भारत और विदेशी बाजारों में क्रूड ऑयल के दाम कितने दाम हो गए हैं।
भारत में ऐतिहासिक निचले स्तर पर क्रूड ऑयल
बुधवार को भारतीय वायदा बाजारों में क्रूड ऑयल के दाम ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। वायदा बाजार बंद होने तक क्रूड ऑयल के दाम 258 रुपए की गिरावट के साथ 1522 रुपए प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं। आंकड़ों के अनुसार सोमवार के मुकाबले क्रूड ऑयल के दाम में 15 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। एक बैरल में 159 लीटर होते हैं। यानी आज के दिन एक लीटर क्रूड ऑयन की कीमत 9 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए हैं। आज तक क्रूड ऑयल के दाम कभी इतने नीचे नहीं आए हैं। आज क्रूड ऑयल के दाम ऑल टाइम निचले स्तर पर हैं।
11 साल का तोड़ा रिकॉर्ड
क्रूड ऑयल के दाम इससे पहले 11 साल पहले जनवरी 2009 में इतने नीचे आए थे। उस वक्त क्रूड ऑयल के दाम सबसे निचला स्तर 1626 रुपए प्रति बैरल पर आए थे। जानकारों की मानें तो बीते 7 सालों में क्रूड ऑयल के दाम करीब 6300 रुपए प्रति बैरल तक नीचे आ गया है। आंकड़ों के अनुसार अगस्त 2013 में क्रूड ऑयल का उच्चतम स्तर 7784 रुपए प्रति बैरल पर पहुंच गया था। आंकड़ों से अनुमान लगाया जा सकता है कि क्रूड ऑयल के दाम कितने दाम नीचे आ चुके हैं।
विदेशी बाजारों में 18 साल के निचले स्तर पर आया क्रूड
वहीं बात विदेशी बाजारों में क्रूड ऑयल के दाम 18 साल के निचले स्तर पर आ गए हैं। आंकड़ों के अनुसार ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 28.21 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं। वहीं अमरीकी ऑयल डब्ल्यूटीआई के दाम 19.50 डॉलर प्रति बैरल पर आ गए हैं। यह आंकड़ें 18 साल के निचले स्तर की ओर इशारा कर रहे हैं। जानकारों के अनुसार मंगलवार को डब्ल्यूटीआई और ब्रेंट क्रूड ऑयल में 10 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी। जबकि आज 2.59 फीसदी गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम करीब 5 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर उहे हैं।
क्या कहते हैं जानकार?
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट ( कमोडिटी एंड रिसर्च ) अनुज गुप्ता ने बताया कि लॉकडाउन बढऩे की वजह से क्रूड ऑयल की डिमांड कम हो गई है। जिसके कारण भारत और इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट देखने को मिल रही है। उन्होंने यह भी कहा मौजूदा समय में क्रूड ऑयल के प्रोडक्शन में किसी तरह का देखने को नहीं मिली है। ओपेक और नॉन ओपेक देशों की डील के अनुसार प्रोडक्शन में कटौती 1 मई से होनी है। ऐसे में दुनिया के बाजारों में दुनिया की ऑयल इंवेंट्रीज में लगातार प्रोडक्शन देखने को मिल रहा है।