
मेडिकल डेस्क।
जयपुर में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने से शुक्रवार को केवल 203 नए केस मिले है और 8 मौत हुई है। जिले में कोरोना के 5118 एक्टिव केस रह गए है। जिले में कोरोना संक्रमण के साइड इफैक्ट से हुई ब्लैक फंगल के इलाज के नाम पर अब प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को लूटा जा रहा है। ड्रग कंट्रोल की टीम ने कालवाड़ रोड पर हाथोज स्थित चिरायु अस्पताल में छापा मार कर ब्लैक फंगल की दवाईयों की 3 गुना तक ज्यादा कीमत वसूलने का मामला पकड़ा है।
ड्रग कंट्रोल राजाराम शर्मा के नेतृत्व में जयपुर के हाथोंज स्थित चिरायु अस्पताल पर ब्लैक पंगत से संबंधित औषधि एंफोटरइसिन बी के क्रय विक्रय से संबंधित जांच की गई। ब्लैक फंगस के इलाज की दवा लाइसोमल एंफोटरइसिन-बी की अलग-अलग कंपनियों की कीमत लगभग 5200 से ₹6800 के बीच है तथा इमल्शन एंफोटरइसिन बी जिसकी एमआरपी ₹1950 है, किंतु चिरायु अस्पताल प्रशासन इमल्शन एंफोटरइसिन-बी को भी लाइसोसोम एंफोटरइसिन-बी के बराबर तथा एमआरपी से लगभग 3.5 गुना अधिक दाम वसूले जा रहे थे। जबकि इस इंजेक्शन में राज्य सरकार ने 5% मार्जिन पर बेचने के निर्देश दे रखे है। अस्पताल में इस दवाई को बेचने का रिकॉर्ड, ब्रांड नेम व बैच नेम से संबंधित कोई सूचना संधारित नहीं की जा रही थी। नारकोटिक्स औषधियों का संधारण भी सही नहीं पाया गया तथा औषधी ट्रामाडोल के क्रय विक्रय में भी अनियमितताएं पाई गई। अस्पताल फार्मेसी द्वारा शेड्यूल H1 औषधियों का रिकॉर्ड भी संधारित नहीं पाया गया। उक्त अस्पताल फार्मेसी के विरुद्ध औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई सहायक औषधि नियंत्रक महेंद्र जोनवाल, डीसीओ सिंधु कुमारी, महेश बयाडवाल एवं रामप्रसाद कुमावत की टीम ने की है।
राजस्थान में कोरोना के 1006 केस व 40 मौत :
राजस्थान में शुक्रवार को कोरोना के 1006 नए केस आए है तथा 40 मौत हुई है। जबकि 4370 मरीज रिकवर होकर स्वस्थ हुए है। अब प्रदेश में केवल 24004 एक्टिव मरीज रह गए है। जयपुर में सबसे ज्यादा 203 केस है। वहीं अलवर में 101, हनुमानगढ़ में 101, जोधपुर में 88 व बीकानेर में 51 नए मरीज आए है।

