
गांवों कोरोना संक्रमण पर नहीं कंट्रोल
मेडिकल डेस्क।
राजस्थान में तीन सप्ताह से चल रहे मिनी लॉकडाउन के बावजूद कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। प्रदेश में गुरुवार को 17532 नए केस आए है तथा 161 मौत हुई है। अकेले जयपुर में 3440 नए केस आए है और 46 मौत हुई है। जयपुर में कोरोना के एक्टिव मरीज 46 हजार 206 है। ऐसे में सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड व आईसीयू फुल है। परिजन गंभीर मरीजों को एक से दूसरे अस्पताल में लेकर घूम रहे है। गांवों में कोरोना संक्रमण फैलने के कारण कई मरीज शहर के अस्पताल तक आने में ही दम तोड़ रहे है। यह मौते सरकारी आंकड़ों में दर्ज ही नहीं हो रही है।
अस्पतालों में खुली लूट, कोई कंट्रोल नहीं :
कोरोन संक्रमण के इलाज के नाम पर अस्पातलों में ऑक्सीजन बेड व रेमडेसिविर की कालाबाजारी पहले से ही हो रही है। लेकिन अब आईसीयू व दवाईयों के नाम पर लाखों के बिल बना जा रहे है। जयपुर के सीके बिडला अस्पताल में चंद घंटे में ही ढाई लाख का बिल बनाने पर विवाद हो रहा है। दूसरे अस्पतालों में भी यही हालात है।
ऑक्सीजन की कमी के नाम पर ब्लैकमेलिंग :
शहर के बड़े अस्पताल ऑक्सीजन की कमी बता कर खुली तौर पर ब्लैकमेलिंग कर रहे है। शहर के महात्मा गांधी अस्पातल व फोर्टिस अस्पताल ने गुरुवार को ऑक्सीजन नहीं होने का नोटिस चस्पा कर दिया। सोश्यल मीडिया पर यह नोटिस वायरल हुआ तो चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने लिक्विड ऑक्सीजन देने का आश्वासन दिया।

