
मेडिकल डेस्क।
राजस्थान में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का गांव- कस्बों में जबरदस्त आक्रमण हुआ है। जयपुर में बुधवार को कोरोना के 3301 केस आए है। सरकारी आंकड़ों में इनमें से 811 मरीज तो केवल ग्रामीण इलाकों से है। जबकि जागरूकता नहीं होने से 80 प्रतिशत लोग तो जांच ही नहीं करवा रहे है। गांवों में घर-घर में बुखार व खांसी के मरीज है, लेकिन वहां पर सैंपल, टेस्टिंग व इलाज का कोई सरकारी इंतजाम नहीं है। कई लोग का ऑक्सीजन लेवल अचानक कम हो रहा है तथा अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ रहे है। इनका कोरोना प्रोटोकॉल से अंतिम संस्कार नहीं हो रहा है, इससे तेजी से संक्रमण फैल रहा है। गांव-कस्बों में प्रशासन व पुलिस की सख्ती नहीं होने के कारण शादी-विवाह समारोह में सैकड़ों लोग आ रहे है। जबकि 31 मेहमानों की सूची देने का नियम है।
दो महीने पहले गांव थे सुरक्षित, अब है कोरोना हॉटस्पॉट :
जयपुर में मार्च से पहले गांवों में कोरोना संक्रमण नहीं होने से सुरक्षित थे, लेकिन अब हॉटस्पॉट होते जा रहे है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार गांव-कस्बों से रोजाना 800 से ज्यादा मरीज मिल रहे है। सरकारी अस्पतालों तक पहुंचने वालों का ही यह आंकड़ा है। जबकि हजारों लोग गांव में नीम-हकीमों से अपना इलाज करवा रहे है। जयपुर में एक महीने पहले केवल शहर के 5-7 इलाकों में ही कोरोना संक्रमित मरीज मिलते थे। चिकित्सा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बुधवार को जयुपर में 811 नए मरीज मिले है। जिले के बगरू में 8, बस्सी में 74, बिलवा में 32, चाकसू में 51, दादिया में 12, दूदू में 10, गोनेर रोड में17, गोविंदगढ़ में 73, हरमाड़ा में 7, जमवारामगढ़ में 72, कोटपूतली में 90, मुहाना मंडी में 22, फागी में 56, फुलेरा में 7, सांभर में 68, शाहपुरा में 87, सिरसी में 35, वाटिका में 10और विराट नगर में 80 संक्रमित मरीज मिले है।



