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Morgan Howen

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जयपुर डिस्कॉम का अजीब न्याय: गर्भवती महिला की बिजली करंट से मौत पर एईएन- जेईएन को अभयदान, कनेक्शन पेडिंग तो एईएन एपीओ

सिटी डेस्क।
जयपुर डिस्कॉम (बिजली विभाग) में अजीब न्याय का खेल चल रहा है। गर्भ में आठ महीने के बच्चे को पाल रही महिला के ऊपर हाइटेंशन लाइन गिरने से मौत हो गई। लेकिन जिम्मेदार कोई नहीं। आरोपी सहायक अभियंता अशोक गुप्ता व कनिष्ठ अभियंता राकेश नेहरा को अभयदान। यहां पर अधिशाषी अभियंता डीके पुंडीर लगे है। पुंडीर पहले प्रबंध निदेशक एके गुप्ता के तकनीकी सहायक थे। दूसरी ओर बिजली कनेक्शन में दलाली मांगने वाले मीटर रीडर का ठीकरा सहाक अभियंता प्रमोद कुमार मौर्य के ऊपर फोड़ कर एपीओ कर दिया। आमेर उपखंड से 20 दिन पहले ही हटाए सहायक अभियंता विकास बंसल को दुबारा लगा दिया। पॉलिटिकल क्राइसिस के दौरान फेयर माउंट होटल से निकली लिस्ट के जरिए विकास बंसल को आमेर उपखंड से हटाया था। आरोप है कि बंसल आम जनता की सुनते नहीं थे। शिकायतों के बावजूद मैनेजमेंट उन्हें हटा नहीं रहा था। सूत्रों का कहना है कि कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, विधायक गोपाल मीणा व कांग्रेस नेता प्रशांत शर्मा की डिजायर पर प्रमोद मौर्या को आमेर उपखंड में लगाया था। लेकिन ऊर्जा मंत्री व मैनेजमेंट की नाराजगी के बाद हटा दिया।

स्टिंग तीन दफ्तरों का एपीओ एक ही क्यो?
एक समाचार पत्र ने तीन सबडिविजन का स्टिंग किया था। लेकिन दो एईएन को कनेक्शन पेडिंग रहने का जिम्मेदार ही नहीं माना। एक सबडिविजन के एईएन किशन अग्रवाल को तो स्वाधीनता दिवस पर बेहतर काम करने का अवार्ड दिया। दूसरे उपखंड में सहायक अभियंता सुधीर चौधरी लगे है। चौधरी प्रताप नगर उपखंड में पोस्टिंग के दौरान एक रेस्टोरेंट में खाने के बिल पेमेंट को लेकर विवादित रह चुके है तथा उनके खिलाफ प्रबंधन को शिकायत हो चुकी है। जबकि आमेर सबडिविजन में मीटर रीडर को कनेक्शन जल्दी करवाने के बदले पैसे मांगने का आरोप लगाया है। लेकिन कनेक्शन का संभालने वाले कंज्यूमर क्लर्क व जेईएन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।

क्रीम सबडिविजनों के लिए इंजीनियरों का ‘पावर गेम’


जयपुर डिस्कॉम में क्रीम पोस्टिंग को लेकर पिछले कुछ दिनों से पावर गेम चल रहा है। बाहरी सबडिविजनों में मेंटेनेंस व नए सिस्टम के नाम पर करोड़ों का बजट आता है। ऐसे में यहां पर एक्सईएन व एईएन लगने की बड़ी सिफारिश होती है। वहीं आमेर, पुराना घाट, जगतपुरा, प्रतापनगर, मानसरोवर, भांकरोटा, झोटवाड़ा, मुरलीपुरा, कुंडा की ढाणी, ब़ड़पीपली, कानोता, सांगानेर ग्रामीण सबडिविजनों में एईएन लगने के लिए पावर गेम चलता रहता है।

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