
Leader Today.Jaipur
भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व उपनेता प्रतिपक्ष ने चुनावों में हार के बाद बड़ा फैसला लेते हुए अब आमेर विधानसभा में जनता व कार्यकर्त्ताओं की सेवा नहीं करने की बात कही है। पूनिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके कहा है कि एक लंबे अरसे से पार्टी संगठन को पूरा समय देने के कारण पारिवारिक कामों से दूर रहा हूँ, अत: अब मैं कुछ समय अपने पारिवारिक कामों को पूरा करने में लगाऊँगा, ईश्वर मुझे शक्ति दे।
मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदार पूनिया को आमेर विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी प्रशांत सहदेव शर्मा ने हराया है। आमेर विधानसभा में 1993 में कोई भी नेता दूबारा विधायक नहीं बना है। नेताओं का पार्टी ने टिकट काटा या फिर हार गए। सतीश पूनिया ने 2013, 2018 व 2023 में चुनाव लड़ा, लेकिन 2018 में जीत पाए।
भाजपा के दिग्गज नेता सतीश पूनिया ने सोशल मीडिया पर यह पोस्ट किया है:
“राम राम सा, लोकतंत्र में जनता जनार्दन होती है, मैं आमेर की जनता के निर्णय को स्वीकार करता हूँ और कांग्रेस के विजयी प्रत्याशी श्री प्रशान्त शर्मा जी को बधाई देता हूँ, आशा करता हूँ कि वो आमेर के विकास को यथावत गति देते रहेंगे और जन भावनाओं का सम्मान करेंगे। आमेर से मेरा रिश्ता दस बरसों से है, 2013 में पार्टी के निर्देश पर चुनाव लड़ने आया था, चुनाव में मात्र 329 वोटों की हार हुई लेकिन भाजपा की सरकार के दौरान हमने यहाँ विकास को मुद्दा बनाकर काम किया, हालाँकि लोग कहते हैं कि यहाँ बड़ी बड़ी जातियों का बाहुल्य है और जातियों के इस जंजाल में जाति से ऊपर उठकर कोई विकास की सोचें थोड़ा मुश्किल है, 2013-2018 में हमने कोशिश की,थोड़ा सफल हुए,विकास कार्यों से लेकर कोरोना के दौरान सेवाकार्यों से लोगों में भरोसा पैदा करने की कोशिश की थी लेकिन शायद लोगों को समझाने में हम विफल रहे। माना कि चुनाव में हार जीत एक सिक्के के दो पहलू हैं लेकिन आमरे की यह हार मेरे लिए सोचने पर मजबूर करने वाली है एक आघात जैसी है, हमने सपने देखे थे कि आमेर इस बार रिवाज बदलेगा और हम मिलकर सरकार के माध्यम से कार्यकर्ताओं का सम्मान और जनता का बेहतरीन काम करके इसे आदर्श विधानसभा क्षेत्र बनाएँगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ,यह समय मेरे लिए कठिन परीक्षा की घड़ी जैसा है परन्तु परिस्थितियों और मनोवैज्ञानिक रूप से मैं यह निर्णय करने के लिए मजबूर हूँ कि मैं अब भविष्य में आमेर क्षेत्र के लोगों और कार्यकर्ताओं को सेवा और समय नहीं दे पाऊँगा, पार्टी नेतृत्व को भी मैं अपने निर्णय से अवगत करवाकर आग्रह करूँगा कि यहाँ कि समस्याओं के समाधान के लिए योग्य व्यक्तियों की नियुक्ति करें, साथ ही एक लंबे अरसे से पार्टी संगठन को पूरा समय देने के कारण पारिवारिक कामों से दूर रहा हूँ, अत: अब मैं कुछ समय अपने पारिवारिक कामों को पूरा करने में लगाऊँगा, ईश्वर मुझे शक्ति दे।”
पूनियां के घर पहुंच रहे है कार्यकर्त्ता :
भाजपा नेता सतीश पूनिया के आमेर विधानसभा क्षेत्र की जनता व कार्यकर्त्ताओं से दूर रहने व सक्रिय राजनीति से कुछ विराम लेने के फैसले के बाद कई कार्यकर्त्ता उनके निवास स्थान पर पहुंचने शुरु हो गए है। कार्यकर्त्ताओं ने पूनिया से आमेर में ही सक्रिय रहने का आग्रह किया है।


