
स्टेट डेस्क।
राजस्थान बिजली वर्कर्स फैडरेशन (एटक) से जुड़े विद्युत श्रमिकों का जयपुर में अधिवेशन हुआ। अधिवेशन में देशभर में सरकारी बिजली निगमों के निजीकरण, श्रम कानूनों में संशोधन व कृषि बिल का विरोध किया। अधिवेशन में 63 सदस्यीय प्रदेश कार्यकारिणी का निर्वाचन हुआ। फैडरेशन का प्रदेशाध्यक्ष बनवारी लाल मीना, कार्यकारी अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह चौहान, महासचिव केशव कुमार व्यास और वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश गौतम सहित 25 पदाधिकारी व 38 कार्यकारिणी सदस्य बनाए है। आयोजन समिति के अध्यक्ष राजस्थान बैंक यूनियन एम्पलाइज के प्रदेश महासचिव महेश मिश्रा के संबोधन के बाद एटक के राष्ट्रीय महासचिव अमरजीत कौर ने उद्घाटन किया। अधिवेशन में भविष्य में होने वाले आंदोलन में विद्युत श्रमिकों को अपनी भागीदारी निभाने का आव्हान किया।
अधिवेशन के विशिष्ठ अतिथि राजस्थान राज्य एटक के प्रदेशाध्यक्ष एमएल यादव, प्रदेश महासचिव कुनाल रावत, केंद्रीय कर्मचारी महासंघ के बीएम सुंडा, अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के महासचिव तेज सिंह राठौड, राजस्थान एटक के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डीके छंगाणी, राजस्थान स्टेट रोडवेज एम्प्लाइज यूनियन के महासचिव धर्मवीर चौधरी, एमईएस यूनियन वर्कर्स के महासचिव आरएस राठौड़ सहित अन्य कर्मचारी नेता मौजूद थे। राजस्थान बिजली वर्कर्स फैडरेशन (एटक) ऑल इण्डियन ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) और ऑल इण्डिया फैडरेशन ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज से जुड़ी है।