
स्टेट डेस्क।
जयपुर डिस्कॉम के इंजीनियरों की लापरवाही के कारण शहर के विश्वकर्मा रोड नं. 17 स्थित जेडीए कॉलोनी के घर के सामने खड़ी महिला पर 11 हजार किलो वोल्टेज (11 केवी) बिजल करंट का तार गिर गया। बिजली करंट से झुलसी महिला की मौके पर ही मौत हो गई। लेकिन ऊर्जा मंत्री व ऊर्जा विभाग की ओर से दो दिन बाद भी संबंधित इंजीनियरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। मृतक महिला के परिजनों व कॉलोनी वालों ने सरकार व डिस्कॉम प्रबंधन से इंसाफ मामला है और एईएन व जेईएन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। गौरतलब है कि मानसून पूर्व की मेंटेनेंस में लाखों रूपए बर्बाद करने के बाद भी एचटी लाइन का तार गिरना बड़ी लापरवाही है। वहीं मामले पर राजनीति करते हुए भाजपा मंडल के पदाधिकारियों ने भी डिस्कॉम कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
जेडीए व डिस्काॅम एक दूसरे पर डाल रहा है जिम्मेदारी:

जयपुर डिस्काॅम के सिटी डिविजन-7 के एईएन (एचटी) अशोक गुप्ता का कहना है कि जेडीए पार्क में जेसीबी से काम करवा रहा था। उनकी गलती के कारण ट्रांसफार्मर हिला है तथा तार टूट कर गिरा है।
जेडीए की गार्डन विंग के एईएन राजेंद्र कुमार का कहना है कि दुर्घटनास्थल से पार्क बहुत दूर है तथा जेसीबी से कोई पोल या तार नहीं मिला। जांच में सब सामने आ जाएगा।
यह है मामला :

विश्वकर्मा रोड नं. 17 स्थित जेडीए कॉलोनी में रहने वाली महिला सपना देवी शुक्रवार को घर के सामने खड़ी थी। अचानक 11 केवी हाइटेंशन लाइन का तार उस पर आकर गिर गया। जोरदार धमाका हुआ और महिला करंट से गंभीर घायल हो गई तथा मौत हो गई। लोगों ने बिजली बंद करने के लिए कॉल सेंटर व इंजीनियरों को फोन किया, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया। करीब एक घंटे तक करंट बहता रहा। महिला के पति बिहार के छपरा जिले के रहने वाले है तथा यहां पर रंगरोगन का काम करते है।
डिस्कॉम इंजीनियरों के खिलाफ पुलिस में शिकायत:
मृतका सपना देवी के पति संतोष ने बिजली कंपनी के इंजीनियरों व पार्क की दीवार का निर्माण करवा रहे कुछ लोगों के खिलाफ विश्वकर्मा पुलिस थाने में शिकायत कर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। हालांकि पुलिस की ओर से आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिकायत में कहा गया है कि कुछ लोग सुनिता स्वामी, अनिता स्वामी, शीला देवी, जुगन सेन, जितेंद्र सिंह, अशोक पाण्डे सहित अवैध निर्माण करवाने के लिए जेसीबी से काम करवा रहे थे। ट्रांसफार्मर का तार हिलने से दो पोल दूर उनकी पत्नी पर एचटी तार गिर गया।
दुर्घटना के जिम्मेदारों को नहीं मिलती सजा :
जयपुर डिस्कॉम के डिविनज-7 में चार साल पहले भी हरमाड़ा इलाके में 11 केवी का तार गिरने से घऱ् के सामने अखबार पढ़ रही लड़की की मौत हो गई थी। हाइटेंशन लाइन की मेंटेनेंस के नाम पर लाखों का बिल ठेकेदारों को भुगतान कर दिया था, लेकिन मौके पर मेंटेनेंस ही नहीं हुई थी। एचटी लाइन की मॉनिटरिंग नहीं होने से यह हादसा हुआ था। लेकिन तत्कालीन प्रबंधन ने तत्कालीन एईएन आरके बढ़ेरा के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। केवल मृतका के परिजनों को मुआवजा देकर मामले को शांत कर दिया। एईएन आरके बढ़ेरा का प्रमोशन कर एक्सईएन भी बना दिया।
