
पॉलिटिकल डेस्क।
राजस्थान की राजनीति में दशकों बाद भूचाल आया है। सरकार व पार्टी के बीच चल रहे ‘शतरंज’ की बिसात पर जादूगर माने जाने वाले मुख्यमंत्र अशोक गहलोत ने अपनी ‘चाल’ से विरोधी खेमें को ‘मात’ दे दी है। राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोत के मामले में एसओजी ने मुख्यमंत्री- उपमुख्यमंत्री सहित सभी विधायकों को ‘नोटिस’ देकर राजनीति में ‘हंगामा’ कर दिया है। वहीं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की कुछ ही महीनों पहले पार्टी से बागी हुए दोस्त ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुलाकात की अटकले लगाई जा रही है। हालांकि इसको लेकर कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है। सिंधिया ने पायलट को लेकर जो ट्वीट किया है।
विधायकों को एसओजी का नोटिस:
राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में निर्दलीय व भाजपा विधायकों के साथ ही मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री को भी एसओजी ने पूछताछ का नोटिस दिया है। इससे कांग्रेस में बगावत के हालात हो गए है। कई विधायकों ने अंदरखाने इसे बताया आपसी अविश्वास बढ़ाने वाला कदम। मुख्यमंत्री के विरोध खेमें कके विधायकों ने इस पर नाराजगी भी जताई है। उनका मानना है कि लोकतंत्र में ऐसी परंपराएं आपस में अविश्वास पैदा करती हैं।

हम पूर्ण रूप से कांग्रेस के साथ :
राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोद की अफवाह के बाद बने हालात विकट होते जा रहे है। वहीं पायलट गुट के विधायक रोहित बोहरा, दानिश अबरार, चेतन डूडी, रघु शर्मा, हरिश चौधरी, प्रतापसिंह खाचरियावास, शाले मोहम्मद, सुखराम विश्नोई ने रविवार शाम सीएमआर में प्रेस कॉन्फ्रेस कर कहा कि – हम पूर्णरूप से कांग्रेस के साथ है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक सोमवार सुबह होगी :
कांग्रेस विधायक दल की बैठक सोमवार सुबह मुख्यमंत्री निवास पर होगी। इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे, कांग्रेस नेता अजय माकन व रणदीप सुरजेवाला मौजूद रहेंगे।
