पावर डेस्क।
प्रदेश में लाॅकडाउन के दौरान बढ़ी बिजली छीजत पर पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नाराजगी जताई और मंगलवार को ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला ने वीडियो काॅन्फ्रेसिंग में हिदायत दे दी। वहीं ऊर्जा प्रमुख सचिव अजिताभ शर्मा ने भी इंजीनियरोंं पर कार्रवाई के संकेत दे दिए। सरकार में बिजली छीजत को लेकर हो रहे हंगामा के बीच जयपुर डिस्काॅम प्रबंधन ने डिविजन स्तर पर बने एचटीएम विंग को खत्म करके यहां लगे इंजीनियरों को विजिलेंस चैकिंग में लगाने का फैसला ले लिया। पहले फेज में ज्यादा छीजत वाले 21 डिविजनों में बिजली चोरी पकड़ने के लिए एईएन लगाए है। यह इंजीनियर बिजली चोरी पकड़ने व फीडर की चैकिंग का काम का काम करेंगे। जयपुर डिस्काॅम के एमडी एके गुप्ता केे निर्देश के बाद सचिव (प्रशासन) का काम संभाल रहे सीपीओ राकेश शर्मा ने आदेश जारी किया है।
एचटीएम दफ्तरों में लगे कर्मचारियों को लेकर संशय :
पिछली सरकार के कार्यकाल के दौरान बिजली सिस्टम में सुधार के लिए हर डिविजन पर एचटीएम विंग बना कर एईएन की पोस्टिंग की गई थी। इसके लिए टेक्निकल स्टाॅफ व काॅमर्शियल असिस्टेंट भी लगा थे। लेकिन अब एईएन को विजिलेंस में लगाने से इनका भी तबादला करना पड़ेगा। जबकि नियुक्ति के समय दो साल तक तबादला नहीं करने की नीति बनी हुई थी। एेसे में कर्मचारियों के बीच संसय हो गया है।
इन्हे एचटीएम से हटाकर विजिलेंस में लगाया :
जयपुर डीडी-प्रथम : प्रियंका बेरिया
जयपुर डीडी -द्वितीय: रामबाबू महावर
सांभर: सुनील सरन
दूदू : अमित ढाका
दौसा : कालूराम मीना
निवाई: कुलिश कुमार शर्मा
अलवर सीडी: सीमा निर्भय
बानसूर: राजेश यादव
लक्ष्मणगढ़: जगनलाल मीना
केजीबास : हेमंत मीना
रामगढ़ : दिव्यांशु मल्होत्रा
सांगोद: केके बंसल
बूंदी: कमलेश मीना
बारां: यथार्थ देवलिया
कामां : होतीलाल शर्मा
बयाना : राजीव गुप्ता
धौलपुर: अशोक तिवारी
बारी: राजेश चंद माथुर
गंगापुर सिटी: विकास टाटवाल
खंडार: सुदर्शन मीना
करौली: अरविंद गुप्ता
मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री की बिजली छीजत पर नाराजगी, प्रबंधन ने एचटीएम इंजीनियरों को दी विजिलेंस चैकिंग की जिम्मेदारी
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