
सिटी डेस्क।
गुलाबीनगर जयपुर शहर के हेरिटेज लुक व बिजली सप्लाई दुरस्त करने के नाम पर अंडरग्राउंड की बिजली लाइनें (केबल) अब जानलेवा बन रही है। शहर के जयलालमुंशी का रास्ता में गुरुवार को सड़क चलती महिला को जोरदार बिजली करंट लगा। महिला अचानक बेहोश होकर गिरने लगी तो उसके पति ने संभालने की कोशिश की, लेकिन पति को भी जोरदार धक्का लगा। बाद में वहां से गुजर रहे ई-रिक्शा चालक व आसपास के लोगों ने लकड़ी व प्लास्टिंक के सामान से महिला को बीच सड़क से हटाया। घायल महिला को गणगौरी बाजार स्थित अस्पताल में भर्ती करवाया है। आक्रोशित लोगों ने जिम्मेदार अधिकारियों, ठेकेदार व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। जयपुर डिस्कॉम के सिटी सर्किल में अधीक्षण अभियंता एसके राजपूत लगे हुए है। वहीं इस इलाके के एक्सईएन राजेश पालीवाल, एईएन मनोज कुमार व जेईएन सोनू कुमारी है।
2 हजार खर्च, फिर भी जानलेवा:
जयपुर डिस्कॉम के इंजीनियरों ने 2000 करोड़ से ज्यादा खर्च कर बिजली लाइनों को अंडरग्राउंड कर दिया। लेकिन इंजीनियरों की मिलीभगत व लापरवाही से ठेकेदारों ने बिजली केबल कम गहराई पर ही डाल दी। सड़क पर लोहे के पाइप में केबल नहीं डाली। केबल की क्वालिटी भी घटिया इस्तेमाल की गई।
15 दिन में दूसरा हादसा, इंजीनियरों के बचाव में प्रबंधन:
जयपुर डिस्कॉम के इंजीनियरों की लापरवाही के कारण शहर में बिजली करंट लगने का 15 दिन में यह दूसरा हादसा है। इससे पहले विश्वकर्मा में डिस्कॉम की हाइटेंशन लाइन गिरने के कारण एक गर्भवती महिला की मौत हो चुकी है। लेकिन स्थानीय कांग्रेस नेता व प्रबंधन के दबाव के कारण एईएन अशोक गुप्ता व जेईएन राकेश नेहरा के खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं हो पाई है। एक्सईएन हरीश मंगल की मॉनिटरिंग में बनाई कमेटी भी मामले को डिस्कॉम इंजीनियरों से डायवर्ट कर जेडीए व जेसीबी चालक के खिलाफ करने में लगी है। बताया जा रहा है कि जांच व कार्रवाई की आंच एक्सईएन डीके पुंडीर व एसई एसके राजपूत तक भी जा सकती है। यहां पर हाईटेंशन के तार जर्जर हो चुके हैं। प्रबंधन दोनों ही अधिकारियों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेना चाहता है।
