पार्षद से लेकर विधायक और दुकानदार से लेकर उद्योगपति आगे आए
सिटी डेस्ट।
देश में कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए हुए लॉक डाउन से लाखों मजदूर बेरोजगार हो गए। वहीं दिहाड़ी करने वाले गरीब परिवारों को रोजी रोटी का संकट हो गया। इन हालातों से निपटने के लिए शहर के समाजसेवी, राजनेता व उद्योगपति आगे आए है। शहर में हजारों गरीब व मजदूरों को खाना खिलाने के लिए सैकड़ों हाथ उठ गए है। रोजाना एक हजार से ज्यादा जगह पर लोगों को खाने के पैकेट बांटे जा रहे है। जिला कलेक्टर जोगाराम ने पहल करते हुए पटवारियों को राशन, सब्जी व खाना बांटने के काम की मॉनिटरिंग में लगाया है, ताकि कोई भी परिवार भूखा नहीं सोये।
विधायक रामलाल शर्मा अपने चौमू विधानसभा क्षेत्र में खुद के संसाधनों से सब्जी व खाना बांट रहे है। पार्षद कौशल शर्मा अपने आसपास के गरीब परिवारों को भोजन के पैकेट दे रहे है। पार्षद सुनील सैनी ने भी आगे बढ़कर खाना वितरण का जिम्मा लिया है।
श्रमिकों को खाना देगी विश्वकर्मा एसोसिएशन
लॉक डाउन के कारण बेरोजगार हुए विश्वकर्मा, रोड नं. 17, आकेड़ा, बढ़ारणा व आसपास के गरीब लोगों व श्रमिकों को विश्वकर्मा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से भोजन के पैकेट दिए जाएंगे। भोजन क पैकेट बांटेगी। एसोसिएशन के अध्यक्ष ताराचंद चौधरी ने बताया लॉक डाउन के कारण फैक्ट्रियां बंद गई है। सैकड़ों दिहाड़ी मजदूर बेरोजगार हो गए है तथा खाना-पानी का संकट हो गया है। ऐसे में उद्योगपति अपने श्रमिकों को भूखा नहीं सोने देंगे। श्रमिकों के पूरे परिवार को खाना का पैकेट दिया जा रहा है। अब रोजाना दस हजार पैकेट बांटने का टारगेट रखा है। इसके लिए एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष लखन गोयल, उपाध्यक्ष प्रवीण तोतला, वरिष्ठ संयुक्त सचिव सुशांत गोयल, संयुक्त सचिव बाबूलाल जांगिड़ व कार्यकारिणी के सदस्यों की टीम बना रखी है। इसके लिए एसोसिएशन भवन में ही खाना तैयार करवाया जा रहा है। वहां से आसपास के सभी इलाकों में खाना दिया जा रहा है।