लाइफ डेस्क।
लॉक डाउन के दौरान कोरोना महामारी से लोगों को बचाव में लगे डॉक्टरों, चिकित्साकर्मियों, पुलिसकर्मियों व अधिकारियों के लिए राहत की खबर है। कोरोना वायरस संक्रमितों की ओर से कुछ दिन पहले डॉक्टरों व चिकित्साकर्मियों पर हमले को लेकर मुस्लिम संस्थाओं ने माफी मांगी है। इंदौर के अखबरों में सार्वजनिक विज्ञापन देकर मुस्लिम संस्थाओं ने माफा नामा पेश किया है और एक गुजारिश की है। इस विज्ञापन में दस संस्थाओं के नाम है। देश की अमन चैन के लिए यह अच्छी पहल मानी जा रही है तथा कोरोना महामारी से लड़ाई के लिए इसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
ये है मेरा भारत महान
मज़हब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम, वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी
सदियों रहा है दुश्मन, दौर-ए-जहाँ हमारा
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्ताँ हमारा
हम बुलबुलें हैं इसकी, यह गुलिसताँ हमारा